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Hindi Poem 2023

1. पकौड़ी 


दौड़ी - दौड़ी आई पकौड़ी 
छुन - छुन  छुन - छुन , तेल में नाची |
प्लेट में आ शरमाई पकौड़ी |

दौड़ी - दौड़ी आई पकौड़ी 

हाथ से उछली मुंह में पहुंची |
पेट जा घबराई पकौड़ी |

दौड़ी - दौड़ी आई पकौड़ी 

मेरे मन को भाई पकौड़ी 

2. रसोईघर 


आज रसोईघर घर की खिड़की,
मुन्ना मुन्नी खोल रहे हैं |
अन्दर देखो, चकला बेलन,
चाक़ू छलनी बोल रहे हैं  

मैं चाक़ू, सब्जी फल काटूँ ,
टुकड़ा -टुकड़ा सबको बांटूं 
गाज़र -मूली प्याज़ -टमाटर,
छीलो काटो रखो सजाकर |

गोल चाँद - सी हूँ मैं थाली,
बज सकती हूँ बनकर ताली |
मुझमे सब्ज़ी रोटी डाली,
और सभी ने झटपट खा ली |


3.चूहों ! म्याऊं सो रही हैं 

घर के पीछे, छत के नीचे,
पाँव पसारे, पूंछ सँवारे |

देखो कोई, मौसी सोई,
नासो में से, सांसों में से |

घर घर घर घर हो रही हैं 
चूहों ! म्याऊं सो रही है |

बिल्ली सोई, खुली रसोई,
भरे पतीले, चने रसीले | 

उलटो मटका, देकर झटका 
जो कुछ पाओ, चाट कर जाओ |

आज हमारा, दूध दही हैं 
चूहों ! म्याऊं सो रही है |

मूँछ मरोड़ो, पूँछ सिकोड़ों,
नीचे उतरो, चीज़े कुतरों |

आज हमारा, राज हमारा ,
करो तबाही, जो मनचाही |
आज मची हैं, चूहा शाही ,

डर कुछ भी, चूहों को नही है,
चूहों ! म्याऊं सो रही है |



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